गर्व की बात !
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भारत के अन्तरिक्ष वैज्ञानिको (ISRO ) ने चन्द्र और मंगल पर भेजे मिशन
पर अमेरिका से कई गुना कम समय और खर्चे में कार्य पूरा किया !!
चाँद पर जाने का मिशन:
अमेरिका का Lunar Reconnaissance Orbiter
समय - 3 साल
खर्च - $583 मिलियन
(लगभग 3000 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 50 रूपए)
*******************
भारत का चन्द्रयान
बनाने में लगा समय - 18 महीने
कुल खर्च - $59 मिलियन
(लगभग 300 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 50 रूपए)
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मंगल मिशन:
अमेरिका का MAVEN
समय लगा: 5 साल
कुल खर्च : $671 मिलियन
(लगभग 4000 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 60 रूपए)
*************************
भारत का मंगलयान:
समय - 18 महीने
खर्चा - $69 मिलियन
(लगभग 400 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 60 रूपए)
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सरकार को भारतीय वैज्ञानिको पर भरोसा ही नहीं है जब देखो कटोरा उठा कर अमेरिका
के पास भाग जाते है हमे ये दे दो हमे वो देदो ! अभी अगर रक्षा क्षेत्र मे विदेशी घुस गए तो जो हम खुद बनाते है उसे भी बर्बाद कर देंगे ! दरअसल ये विदेशियों को समझ नहीं आता की भारत कैसे इतनी सस्ती रिसर्च कर लेता है और कैसे उनसे कम समय मे काम कर लेता है
यही सब जानने और बर्बाद करने के लिए वो आ रहे है !!
कोई यह ना कहे कि भारत के पास तकनीक नही है| , परम सुपर कम्प्यूटर, जीएसएलवी, अग्नि, पृथ्वी, ब्रह्मोस, चन्द्रयान, मंगलयान ,अरिहंत पण्डुपी FDI ने नही बनाए|
जो देश परमाणु बंब,मिसाईले,अन्तरिक्ष शान बना सकता है क्या वो बंदूक और गोली नहीं बना सकता ?? कोई भी देश किसी को अपनी latest technology क्यों देगा ?? आप खुद गंभीरता से विचार करे ??
व्यक्तिवाद का ही नशा है यह कि जो कल तक स्वदेशी व स्वावलंबन के समर्थक थे, वे आज किसी व्यक्ति की नीतियों को जस्टीफाई करने के लिए अपनी विचारधारा को ही गलत साबित करना चाह रहे हैं| आज इनके लिए पार्टी और नेता देश से बड़े हो गए हैं !
मित्रो पार्टी और नेता आते जाते रहते है देश बड़ा होता है ! राष्ट्र बड़ा होता है राष्ट्र का स्वाभिमान बड़ा होता है कोई पार्टी या नेता देश से बड़ा नहीं हो सकता इसलिए अगर आप अच्छी बात का समर्थन कर रहे है तो बुरी बात का विरोध करने पर पीछे ना हटें !
#StopFDIInDefense
#BanWTO
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भारत के अन्तरिक्ष वैज्ञानिको (ISRO ) ने चन्द्र और मंगल पर भेजे मिशन
पर अमेरिका से कई गुना कम समय और खर्चे में कार्य पूरा किया !!
चाँद पर जाने का मिशन:
अमेरिका का Lunar Reconnaissance Orbiter
समय - 3 साल
खर्च - $583 मिलियन
(लगभग 3000 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 50 रूपए)
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भारत का चन्द्रयान
बनाने में लगा समय - 18 महीने
कुल खर्च - $59 मिलियन
(लगभग 300 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 50 रूपए)
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मंगल मिशन:
अमेरिका का MAVENसमय लगा: 5 साल
कुल खर्च : $671 मिलियन
(लगभग 4000 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 60 रूपए)
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भारत का मंगलयान:
समय - 18 महीने
खर्चा - $69 मिलियन
(लगभग 400 करोड़ रूपए, जब 1 डॉलर = 60 रूपए)
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सरकार को भारतीय वैज्ञानिको पर भरोसा ही नहीं है जब देखो कटोरा उठा कर अमेरिका
के पास भाग जाते है हमे ये दे दो हमे वो देदो ! अभी अगर रक्षा क्षेत्र मे विदेशी घुस गए तो जो हम खुद बनाते है उसे भी बर्बाद कर देंगे ! दरअसल ये विदेशियों को समझ नहीं आता की भारत कैसे इतनी सस्ती रिसर्च कर लेता है और कैसे उनसे कम समय मे काम कर लेता है
यही सब जानने और बर्बाद करने के लिए वो आ रहे है !!
कोई यह ना कहे कि भारत के पास तकनीक नही है| , परम सुपर कम्प्यूटर, जीएसएलवी, अग्नि, पृथ्वी, ब्रह्मोस, चन्द्रयान, मंगलयान ,अरिहंत पण्डुपी FDI ने नही बनाए|
जो देश परमाणु बंब,मिसाईले,अन्तरिक्ष शान बना सकता है क्या वो बंदूक और गोली नहीं बना सकता ?? कोई भी देश किसी को अपनी latest technology क्यों देगा ?? आप खुद गंभीरता से विचार करे ??
व्यक्तिवाद का ही नशा है यह कि जो कल तक स्वदेशी व स्वावलंबन के समर्थक थे, वे आज किसी व्यक्ति की नीतियों को जस्टीफाई करने के लिए अपनी विचारधारा को ही गलत साबित करना चाह रहे हैं| आज इनके लिए पार्टी और नेता देश से बड़े हो गए हैं !
मित्रो पार्टी और नेता आते जाते रहते है देश बड़ा होता है ! राष्ट्र बड़ा होता है राष्ट्र का स्वाभिमान बड़ा होता है कोई पार्टी या नेता देश से बड़ा नहीं हो सकता इसलिए अगर आप अच्छी बात का समर्थन कर रहे है तो बुरी बात का विरोध करने पर पीछे ना हटें !
#StopFDIInDefense
#BanWTO
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