सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल

मोदी सरकार ने दिल्ली पुलिस से संत गोपाल दास की लात घोंसू से पिटाई करवा दी । संत गोपाल दास ने गौ हत्या रोकने के लिए धरना दिया था। उसके बाद वो संसद भवन की और अपने गौ रक्षो के साथ निकले थे। तभी दिल्ली पुलिस के कुछ हरामजादो ने उनको लात घूंसों से मार पिट और साथ ही उनके गुप्तांगो पर प्रहार किया। धिक्कार है मोदी जी आपको। आपकी सरकार और कांग्रेस सरकार में क्या फर्क इंद्रा गाँधी के रास्ते पर चल रहे है मोदी।
\'दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल\'
गोधन बचाने की मांग करते हुए एक गाय और समर्थकों के साथ
महंत गोपाल दास ने जंतर-मंतर से संसद मार्ग की तरफ कूच
किया। गोपालदास का काफिला संसद भवन के नजदीक तक
पहुंच गया।
\'दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल\'
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आकाशवाणी भवन के आगे
उन्हें रोका। इस पर दोनों तरफ से जमकर जमकर कहासुनी हुई।
इसी बीच महंत गोपाल दास सड़क पर गिर गए।
\'दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल\'
समर्थकों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई की वजह से
महंत सड़क पर गिरे। बाद में पुलिस ने उन्हें मौके से हटाया।
शुक्रवार सुबह गोकशी पर पाबंदी और गोचर भूमि की मुक्ति के
लिए संत गोपाल दास जंतर-मंतर पर धरना दिया।
\'दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल\'
इस दौरान मांग की गई कि गोकशी पर तत्काल
पाबंदी लगानी चाहिए। केंद्र सरकार इस दिशा में अगर कारगर
कदम नहीं उठाती तो उसका हस्र भी पहले की यूपीए सरकार
की तरह होगा।
\'दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल\'
गोपालदास के मुताबिक, चुनाव के दौरान भाजपा गोधन
बचाने का दावा कर रही थी, लेकिन सरकार बनते
ही प्रधानमंत्री समेत सभी मंत्रियों ने चुप्पी साध ली है।
\'दिल्ली पुलिस ने महंत गोपालदास का किया ये हाल\'
उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीति में
सभी नेता महात्मा गांधी के नाम का अपने फायदे के लिए
इस्तेमाल करते हैं, मगर गांधीजी के देश में गौहत्या बंदी की बात
कोई नहीं करता।
 http://m.amarujala.com/delhincr/photo-gallery/gopaldas-protest/?page=1
मोदी श्राप से बचे। भारत में गौहत्या बंद करे गोचर भूमि खाली करे। नही तो जो हाल इंद्रा गाँधी का हुआ था वही हाल मोदी का भी होगा।
गौ हत्या बन्दी एवम गोचर भूमि की मुक्ति के लिए संत गोपाल दास जी जंतर मंतर पर आज धरना दे रहे है। गऊ रक्षा आन्दोलन पिछले दो साल से संत गोपाल दास जी अपने जान पर खेल कर चला रहे है। जिसमे सबसे लम्बा उपवास उन्होंने 145 का किया। पिछले 2 सालो में लगभग 300 दिन का उपवास उन्होंने गोचर भूमि मुक्ति और गौहत्या बन्दी के लिए किया। बीजेपी, शिवसेना, आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, श्रीराम सेना , आर्य समाज । आखिर गौहत्या बंदी को लेकर मौन क्यों है। चुनाव के पहले सब चिल्ला रहे थे । मोदी जी लावो गौहत्या बंद कराओ अब सब क्यों खामोश है। बाबा रामदेव काला धन के लिए अनशन करते है। अन्ना लोकपाल के लिए। केजरीवाल कुर्सी के लिए करते है। सब गांधी के तरीके का इस्तेमाल करते है। गाँधी के नाम का इस्तेमाल करते है। मगर गाँधी के देश में गौहत्या बंदी करने के लिए अनशन नही करते। जबकि गाँधी का असली सपना गौहत्या बन्दी था। बुध महावीर राम और श्याम की जन्म भूमि पर गौहत्या होने से बड़ा पाप दुनिया में कोई दूसरा नही होगा।चाहे गौ भगत जेल में मर जाये । मगर मोदी जी मुख मत खोलना।
क्या आप जानते है ?
केन्द्र सरकार ने कतलखाने और शराब बनाने में इस्मतेमाल
होनेवाली मशीनो की Excise Duty 10% से घटाकर 6% कर
दी है...
अब गाय माता बचेगी या कटेगी ?
अब शराब बंध होगी या बिकेगी ?
तीनो भाई(कांग्रेस, बीजेपी और मीडिया) चुप है इसके ऊपर....
आप ये जानकारी पढ़ना चाहते है तो 10th July को संसद में
जो Finance Bill पेश हुआ था उसका Chapter 77-84 का Point
No.1 पढ़िए...
नीचे उस Bill की PDF Link है जिसमे Page No.15 देख सकते है
आप...
http://www.cbec.gov.in/ub1415/do-ltr-jstru1.pdf
खुश खबरी अब भारत बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा चमड़ा एक्सपोर्टर वो भी
100% फोरेन डायरेक्ट निवेश
24% सालाना ग्रोथ
30% सबसिडी और
₹ 2 करोड़ की आर्थिक सहायता
हर प्रोजेक्ट को.....
यही है पिंक रिवोलुशन भाइयो
अब काहे की गौ हत्या बंदी।
www.makeinindia.com/sector/leather
बूचड़खानों के आधुनिकीकरण>>सहायता पैटर्न
स्कीम में प्रति बूचड़खाना संयंत्र एवं मशीनरी (पीएंडएम)
तथा तकनीकी सिविल कार्य (टीसीडब्लू) और अन्य पात्र
मदों की लागत के लिए सामान्य क्षेत्रों में 50% और दुर्गम क्षेत्रों में
75% परंतु अधिकतम 15 करोड़ रुपए के अनुदान की परिकल्पना की गई
है। दुर्गम क्षेत्रों में सिक्किम, जम्मू और कश्मीर, हिमाचलप्रदेश,
उत्तराखंड और राज्यों के आईटीडीपी अधिसूचित क्षेत्रों सहित
पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं।
http://www.mofpi.nic.in/ContentPage_H.aspx?KYEwmOL+HGpVvrjs+CYNMGD%2Fm5rz8e5PwlDTT95Fd+41fzYuqQ0VazR9b8sCX7wXqItae8BEZ9M2FX1SXxsVu9yawuvec1k+CDeYYT86xjr3TYCaiIV5JcFXusSedrt8QmjkvaoH+DzWKx7doob+GX1M1MxGA33CbgquY6WW1y1F4z8m0zMp56x2Ncrz%2FseGKbKvhSdhvcc
राजा का केवल दो काम है। सुरक्षा और न्याय
न ही इस देशमे कोई सुरक्षित है और न ही किसी को न्याय मिल रहा है।
जब इस देश में इन्सान ही सुरक्षित नही है तो जानवर क्या सुरक्षित होगे।
जब इंसानों को न्याय नही मिल रहा है तो जानवरों को क्या न्याय मिलेगा।
मुसलामानो का राज था तब जजिया कर वशूला जा रहा था। सुरक्षा और न्याय के लिए
जब अंगेजो राज आया तब भी कर वशूला गया सुरक्षा और न्याय के लिए।
आज भी कर वशूला जा रहा है सुरक्षा और न्याय के लिए।
इन करो न देने वालो को मार दिया गया मुगलों और अग्रेजो के राज में आज भी मारा जा रहा है। क्योकि जो कर नही देते उनको सुरक्षा और न्याय की क्या जरूरत है। सुरक्षा कर देने वालो की होती है इसलिए अम्बानी की सुरक्षा हो रही है। बाकि जो राजा है और राजा के सहयोगी उनकी सुरक्षा जरूर होनी चाहिए। क्योकि ये लोग मर गये तो फिर देश को कौन चलायेगा। रामराज्य अब नही आयेगा। कलयुग है अधर्म और अंधकार बढ़ता जायेगा। रामचंद्र कह गये सिया से येसा कलयुग आयेगा। हंस चुगेगा दाना जग में कौवा मोती खायेगा। बिना पढ़े कोई मंत्री बन के पूरा देश चलायेगा। गौमाता का मांस बेच विदेशो से धन लायेगा।- भारतीय आज़ाद सेना
शुभ गोपाअष्टमी -------------------- आज गोपाअष्टमी है मित्रो अर्थात
गौमाता की पूजा का सबसे बड़ा दिन ।
गौमाता की सेवा, रक्षा और पालन का संकल्प
लें। गौभक्त बने, गौसेवक बने, गौ प्रेमी बने
तथा गौरक्षक बने। आप सबको गोपाअष्टमी की हार्दिक
शुभकामनाएं।।। स्वदेशी अपनाएं, देश को समृद्ध बनाएं।
वन्दे गौमातरं।।। जय माता दी।।।
अंग्रेजों ने भारतीय सभ्यता को खत्म करने के लिये भारतीय गुरुकुल
प्रणाली और भारतीय कृषि प्रणाली पर आक्रमण किया, एक अंग्रेज
भारत रॉबर्ट क्लाइव ने कृषि प्रणाली पर व्यापक अनुसंधान
किया.
अनुसंधान के परिणाम के रूप में इस प्रकार है:
* गाय भारतीय कृषि का आधार है और भारतीय कृषि को गाय
की मदद के बिना निष्पादित नहीं किया जा सकता है.
* भारतीय कृषि की रीढ़ तोड़ने के लिये गायों को समाप्त
करना जरूरी है.
* वह अनुमान था कि बंगाल में
गायों की संख्या पुरुषों की संख्या से अधिक थी. यही समान
स्थिति भारत के अन्य हिस्सों में थी.
भारत को अस्थिर करने की योजना का एक भाग के रूप में
गोहत्या शुरू की गई. भारत में पहली क़साईख़ाना 1760 में शुरू
किया गया था, एक क्षमता के साथ प्रति दिन 30,000 (हज़ार
तीस केवल), कम से कम एक करोड़ गायों को एक साल में मारा गया,
गायों की बलि के कारण भारत में कृषि समाप्त हो रही थी, न
तो यहाँ कोई खाद थी गोबर के रूप में और न ही गोमूत्र की तरह
कीटनाशक, रॉबर्ट क्लाइव ने भारत छोडने से पहले काफ़ी संख्या में
कसाईखाने खोल दिये थे
1910 में 350 बूचड़खाने जो दिन से लेकर रात तक गौ कत्ल करते थे उनके
परिणाम के रूप में भारत व्यावहारिक रूप से पशुओं के महरूम
होता गया. इस प्रकार यूरिया और फास्फेट जैसे औद्योगिक खाद
भारत की खेती में जगह लेने लगे.
एक सवाल के जवाब में गांधीजी ने कहा था कि जिस दिन भारत
स्वतंत्रत हो जायेगा उसी दिन से भारत में सभी वध घरों को बंद
किया जाएगा, 1929 में एक सार्वजनिक सभा में नेहरू ने
कहा कि अगर वह भारत का प्रधानमंत्री बने तो वह पहला काम इन
कसाईखानो को बंद करने का करेंगे, इन 63 सालों में 75 करोड
गायों को मौत के घाट उतारा जा चुका है.. 1947 के बाद से
संख्या 350 से 36,000 तक बढ़ गई है सरकार की अनुमति से 36,000
कतलखाने चल रहे हैं इसके इलावा जो अवैध रूप से चल रहे है वो अलग है
उनकी संख्या की कोई पूरी जानकारी नही है
...ध्यान दे,ध्यान दे,ध्यान दे......
इतफ़ाक समझे या सच ।
============================== ===============
इंदिरा गांधी को एक संत ने श्राप दे
दिया था |और वो सच हुआ था !
1966 के समय में एक़ संत थे
क्रपात्री जी महाराज।
इंद्रा गांधी के लिये उस वकत चुनाव जीतना बहुत मुश्किल था ।
क्रपात्री जी
महाराज के आशीर्वाद से इंद्रा गांधी चुनाव जीती ।
इंद्रा ग़ांधी ने उनसे वादा किया था चुनाव जीतने के बाद गाय के
सारे
कत्ल खाने बंद हो जायेगें ।जो अंग्रेजो के समय से चल रहे हैं ।
और जैसा की आप जानते हैं । वादे से मुकरना नेहरु परिवार
की खानदानी आदत है ।
चुनाव जितने के बाद कृपात्री जी महाराज ने कहा और मेरा काम
करो न गाय के
सारे कत्ल खाने बंद करो । इंद्रा ग़ांधी ने धोखा दिया । कोई
कत्लखाना बंद
नहीं किया गया ।
(तब रोज कि 15000 गाय कत्ल
की जाती थी.Ab 26000 kati jati
hai.
आज तो मनमोहन सिंह ने गाय का मास बेचने वाले देशो भारत
को पुरी दुनिया
में तीसरे नंबर पर ला दिया है ।)
खैर तो फ़िर
किर्पत्री जी महाराज का धैर्य टूट गया !
क्रपात्री जी ने एक दिन लाखो भगतो के सथ संसद क़ा घिराव कर
दिया |और कहा
की गाय के कतलखाने बंद होगे इसके लिये
बिल पास करो |
bill pass karna to door
इंद्रा गांधी ने उन पर भगतो के उपर गोलिया चलवा दी
सैंकड़ो गौ सेवको मरे गए !
तब क्र्पात्री जे ने उन्हे श्राप दे
दिया की जिस तरह
तुमने गौ सेवको पर गोलिया चलवाई है
उसी तरह तुम मारी जाओ गी.
और (ये अजीब ही इत्फ़ाक हैं.)जिस दिन इंद्रा गांधी ने
गोलिया चलवाई थी उस दिन
गोपा अष्टमी थी.
(गाय के पूजा का सब्से बड़ा दिन) और जिस
दिन इंद्रा गांधी को गोली मरी गई
उस दिन भी गोपा अष्टमी थी !

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुरातन ग्रंथो में स्वर्ण निर्माण की विधि

पुरातन भारतवर्ष में पुरातन ग्रंथों म सोना बनाने की विधि - पुरातन काल में रसायनज्ञ पारद या पारे से सोना बनाने की विधि जानते थे.यह बात आज कपोल कल्प्ना या मिथ सरीखी लगती है जबकि भारतीय पुरातन ग्रंथों में इसके कई प्रमाण मौज़ूद हैं.सच्चाई यह है कि य प्रकिया बेहद कठिन और अनुभव सिद्ध है.तमाम कीमियाग़र सोना बनाने में नाकामयाब रहे, कुछ थोडे से जो सफल रहे उन्होने इस विद्या को गलत हाथों में पडने के डर से इसे बेहद गोपनीय रखा. राक्षस दैत्य दानवों के गुरू भृगु ऋषि जिन्हें शुक्राचार्य के नाम से भी संबोधित किया जाता है, उन्होंने ऋग्वेदीय उपनिषद श्रीसूक्त के माध्यम से सोना बनाने का तरीका बताया है. श्रीसूक्त के मंत्र व प्रयोग बहुत गुप्त व सांकेतिक भाषा में बताया गया है. संपूर्ण श्रीसूक्त में 16 मंत्र हैं. भारत के नागार्जुन, गोरक्षनाथ आदि ने इन मत्रों की रसायनिक दृष्टि से सोना बनाने की कई विचित्र विधियाँ, कई स्थानों और कई ग्रंथों में बताई गयी हैं. अर्थात, श्रीसूक्त के पहले तीन मंत्रों में सोना बनाने की विधि, रसायनिक व्याख्या और उनका गुप्त भावार्थ, आपके समक्ष प्रस्तुत किया ...
5000 YEAR OLD VIAMANA CRAFT WAS FOUND IN AFGHANISTAN October 9, 2011 Found this report, I had not seen this one before so I thought I pass it on to my readers.  It tells the real story of the Seal team that was killed in Afghanistan May 2 2011. The report tells about a truly shocking Russian Foreign Intelligence Service (SVR) report circulating in the Kremlin states that nearly 50 American military troops and technicians have been “obliterated” after the “activation” of the “Time Well” holding an ancient “Vimana” flying craft discovered late last year and believed to be over 5,000 years old. In our 21 December 2010 report World Leaders Flock To Afghanistan After Mysterious ‘Time Well’ Discovered we first detailed this incredible discovery and as we can, in part, read: “What caused the sudden rush of these most powerful leaders of the Western World to go to Afghanistan, this report continues, was to directly view the discovery by US Military scientists of what is descri...

पायथागोरस प्रमेय नहीं, बोधायन प्रमेय कहिये !

पायथागोरस प्रमेय नहीं, बोधायन प्रमेय कहिये ! - Baudhayana's Theorem पायथागोरस प्रमेय छोटी क्लास से ही बच्चो को रटाया जाने लगता है जबकि यह कम लोग ही जानते होंगे कि वास्तव में‌ इसके रचयिता पायथागोरस नहीं वरन ऋषि बौधायन हैं, जिऩ्होंने यह रचना पायथागोरस से लगभग 250 वर्ष पहले की थी। ऐसा भी‌ नहीं है कि पायथागोरस ने इसकी रचना स्वतंत्र रूप से की हो अपितु सनातनी ग्रन्थ शुल्ब सूत्र के अध्यन से ही प्राप्त की थी। इस प्रमेय का वर्णन शुल्ब सूत्र (अध्याय १, श्लोक १२) में मिलता है। शुल्बसूत्र, स्रौत सूत्रों के भाग हैं शुल्बसूत्र ही भारतीय गणित के सम्बन्ध में जानकारी देने वाले प्राचीनतम स्रोत हैं। शुल्ब सूत्र में यज्ञ करने के लिये जो भी साधन आदि चाहिये उनके निर्माण या गुणों का वर्णन है। यज्ञार्थ वेदियों के निर्माण का परिशुद्ध होना अनिवार्य था। अत: उनका समुचित वर्णन शुल्ब सूत्रों में‌ दिया गया है। निम्नलिखित शुल्ब सूत्र इस समय उपलब्ध हैं: 1. आपस्तम्ब शुल्ब सूत्र 2. बौधायन शुल्ब सूत्र 3. मानव शुल्ब सूत्र 4. कात्यायन शुल्ब सूत्र 5. मैत्रायणीय शुल्ब सूत्र ( मानव शुल्ब सूत्र से कुछ...